भारत का सबसे बड़ा त्यौहार दिवाली है जो बुराई पर विजय का प्रतीक है। दिवाली के शुभ अवसर पर सारा जेम एंड ज्वैलरी सेक्टर खिल उठता है। इस दौरान सारे लोग आर्थिक मंदी, लैब में उगाए गए हीरे, ड्यूटीज, कराधान और जेम एंड ज्वैलरी सेक्टर के विकास के आड़े आ रहीं सरकारी नीतियां को दरकिनार करके दिवाली की खुशियों में मग्न हो जाते हैं। भारत में दिवाली की शॉपिंग में विभिन्न प्रकार के ऑफर्स, डिस्काउंट्स और नई डिजाइनों के ट्रेन्ड्स चारो तरफ दिखने लगते हैं। आईआईजेएस शो के बाद ज्वैलरी मैन्यूफैक्चर्स रिटेल सेक्टर को समय पर ज्वैलरी की डिलीवरी देने में व्यस्त हो जाते हैं जबकि रिटेलर्स अपने उत्पादों के बड़े पैमाने पर प्रचार-प्रसार करने और ग्राहकों को बेहतरीन सेवाएं देने में जुट जाते हैं। दिवाली निश्चित रूप से भारत में जेम एंड ज्वैलरी सेक्टर के लिए एक गेम चेंजर है क्योंकि अधिकांश मैन्यूफैक्चरर्स के कुल कारोबार में आधा करोबार दिवाली के दौरान ही होता है।

मुंबई और चेन्नई में पिछले दिनों आयोजित कुछ महत्वपूर्ण शो और एक्जीबीशंस देखने को मिले। भारत डायमंड वीक भी काफी सफल रहा। दि न्यू ज्वैलर ग्रुप ने इस भारत डायमंड वीक प्रोग्राम में थाईलैंड और वियतनाम के प्रतिनिधियों के एक प्रतिनिधिमंडल को बुलाया था। यूबीएम द्वारा आयोजित चेन्नई के शो में ठंडा प्रतिसाद मिला। इस शो में इंडस्ट्री से संबंधित सेमिनार्स और मीट्स को थोड़ी सफलता मिली। आगे जयपुर, सूरत और अहमदाबाद में भी शो आयोजित होने वाले हैं। इन शो में भी संभावित एक्जीबीटर्स के भाग लेने की उम्मीद है।

दि न्यू ज्वैलर हिंदी के इस विशेष दिवाली अंक में गुजरात के प्रमुख ज्वैलर्स के हमने गुजरात के विकास और भविष्य की योजनाओं के बारे में विशेष इंटरव्यू को शामिल किया है। गुजरात के इस विशेष अंक के अलावा, दि न्यू ज्वेलर हिंदी टीम ने अग्रणी ज्वैलरी निर्माताओं के उत्कृष्ट डिजाइनों और उत्पादों को भी अपने इस खास अंक में प्रदर्शित किया है जो आगे एक ट्रेन्ड सेटर साबित हो सकते हैं।

दिवाली के इस पावन अवसर पर आप सबको को हार्दिक शुभकामनाएं।

सुब्बू
संपादक
द न्यू ज्वैलर हिंदी