कोरोना महामारी से पूरी दुनिया हिल चुकी है। इस महामारी ने ट्रेड एवं इंडस्ट्री को झकझोर दिया। लॉकडाउन के दौरान इंडस्ट्री के कारीगरों के पलायन से जे एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री का अस्तित्व संकट में आ गया था। लेकिन अब धीरे-धीरे कोरोना संकट छंटने लगा है। लॉकडाउन भी पूरे देश में धीरे-धीरे खुलने लगा है और इंडस्ट्री फिर से ग्रोथ पटरी पर हैं।

कोरोना से परेशान जे एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारामण ने अपने बजटीय प्रस्तावों में अनेक राहत प्रदान किये हैं। इंडस्ट्री की बहुप्रतीक्षित मांगों को वित्तमंत्री ने ध्यान से सुना था और उनका ख्याल रखते हुए वर्ष २०२१-२२ के बजट में सोने-चांदी और प्लैटिनम के आयात शुल्क को कम कर दिया। साथ ही सेबी विनियमित गोल्ड एक्सचेंज भी शुरु करने का एलान किया। वित्तमंत्री के इन प्रावधानों को उद्योग जगत के दिग्गजों ने दूरदर्शी बजट बताया। बजट इंडस्ट्री के लिए मौजूदा परिस्थिति में फिलहाल अत्यंत सुखद प्रतीत हो रहा है। हमें भी इसका एहसास है। इसीलिए कोरोना महामारी लॉकडाउन खुलते ही हम इंडस्ट्री के अपने कारोबारियों की मांग पर द न्यू ज्वैलर हिन्दी पत्रिका का अंक सर्वप्रथम आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं। उम्मीद है पाठकों को पत्रिका पसंद आएगी।

हमें यह बताते हुए अत्यंत खुशी हो रही है कि हमने द न्यू ज्वैलर हिन्दी के अपने इस विशेष अंक में सूरत में आयोजित होने जा रहे जे एंड ज्वैलरी के स्पार्कल २०२१ शो के नये संस्करण को शामिल किया है। इसे सदर्न गुजरात चेंबर ऑफ कॉ र्स और इंडस्ट्री एंड सदर्न गुजरात चेंबर ट्रेड एंड इंडस्ट्री डेवलपमेंट सेंटर संयुक्त रुप से आयोजित कर रहे हैं। शो २० से २२ फरवरी, २०२१ तक सूरत में होगा और यह पूरी तरह बी२बी एक्सपो होगा। इसमें २०० से अधिक एक्जीबीटर्स, ५००० से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ट्रेड विजिटर्स और २००० से अधिक बायर्स शामिल हो सकते हैं।

आपके सुखद कारोबार के लिए हार्दिक शुभकामनाएं



सुब्बू
संपादक
द न्यू ज्वैलर हिंदी