जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के कारीगरों की दैनिक आजीविका और कोविड-१९ से लड़ने के लिए अपने रिजर्व में से ५० करोड़ रुपये दिया

भारत में जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री की अपेक्स बॉडी जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) ने कोविद-१९ के दुष्प्रभाव से लड़ने और जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के कारीगरों की दैनिक आजीविका के पूरा करने के लिए अपने रिजर्व फंड से ५० करोड़ रुपए दिया है। जीजेईपीसी द्वारा आवंटित इस फंड का उपयोग भारत में मौजूदा कोरोनावायरस महामारी संकट से लड़ने में सरकार की पहलों का सपोर्ट भी किया जाएगा।

जीजेईपीसी के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि कोविद -१९ की मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए जीजेईपीसी ने अपने रिजर्व में से ५० करोड़ रुपए आवंटित किया है। इस राशि का उपयोग अनेक कल्याणकारी उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। कोविद-१९ ने हमारे देश की आर्थिक स्थिति और हमारे इंडस्ट्री को बुरी तरह प्रभावित किया है। हमारे बिजनेस भी प्रभावित हुए हैं लेकिन सबसे ज्यादा प्रभावित हमारे दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हैं। यह एक ऐसी इंडस्ट्री है जिसका भारत की कुल जीडीपी में ७% का योगदान है और यहां ५० लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला हुआ है। इसलिए वर्तमान संकट के इस समय में हमारा कर्तव्य है कि हम अपने कर्मचारियों की पर्याप्त देखभाल करें और दिल से उनका समर्थन करें। हमने अनेक संकट का सामना किया है। यह भी उनमें से एक है। इसे भी हम सब एकजुट होकर हरा सकते हैं। हमारे लिए एकबार फिर राष्ट्र और इंडस्ट्री में एकजुटता दिखाने का समय आ गया है और हमें अपने परोपकारी कार्यों को एक बार फिर करने का समय आ गया है।

उन्होंने कहा कि हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत और सक्षम नेतृत्व के तहत, भारत सरकार ने देश में इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए हर संभव उपाय किए हैं। जीजेईपीसी ने देश के प्रति सेवा का संकल्प लिया है। इसके अलावा इंडियन जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के कर्मचारियों के लिए भी अपने परोपकारी कार्यों को करने के लिए प्रतिबद्ध है। जीजेईपीसी ने निम्नलिखित राहत कार्यों के कदम उठाए हैः

१. जीजेईपीस ने अपने सभी सदस्यों से अपील की है कि वे अपने कर्मचारियों की मौजूदा लॉकडाउन के दौरान देखभाल करें, जैसा सरकार ने कहा है। और इस महामारी के समय में एकजुट और मानवीय दृष्टिकोण को प्रदर्शित करें।
२. जीजेइपीसी ने इंडस्ट्री और राष्ट्र के सामने उत्पन्न कोविद-१९ संकट से निपटन के लिए अपने रिजर्व से ५० करोड़ रुपए का योगदान दिया है।

(क) जीजेईपीसी द्वारा आवंटित फंड का उपयोग जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री में कार्यरत दैनिक वेतनभोगियों जिनकी आजीविका को कोविद-१९ ने सीधे प्रभावित किया है, की सहायता के लिए किया जाएगा।
(ख) योगदान निधि का उपयोग सरकार द्वारा कोविद-१९ के दुष्प्रभावों से लड़ने के लिए किए गए विशिष्ट पहलों के वित्तपोषण जैसे चिकित्सा सुविधाओं, स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताएं आदि उपलब्ध कराने के लिए किया जाएगा।
(ग) काउंसिल ने जीजेइपीसी द्वारा दान किए गए ५० करोड़ रुपये के उपयोग के मॉडालिटीज पर निर्णय लेने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है, ताकि मौजूदा हालात में सरकार को सपोर्ट किया जा सके और इंडस्ट्री की विभिन्न जरूरतों और पहलों की पहचान हो सके।
(घ) जीजेईपीसी इंडस्ट्री के सभी वर्गों, टड्ढेड बॉडीज, जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री से जुड़े ऑर्गेनाइजेशंस से अनुरोध करती है कि वे आगे आएं और जीजेईपीसी के परोपकारी कार्यों को आगे बढ़ाने में मदद करें ताकि कोविद - १९ संकट से निपटा जा सके।

जीजेईपीसी के वाइस चेयरमैन कॉलिन शाह ने कहा कि हम जीजेईपीसी की ओर से अपनी सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हम अपने इंडस्ट्री के कारीगरों की सुरक्षा और देखभाल के प्रति प्रतिबद्ध हैं, क्योंकि यहीं हमारे बिजनेस की रीढ़ हैं।

उन्होंने कहा कि हम सरकार के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने इंडस्ट्री के संकट को कम करने के लिए अनुपालन और टैक्स फाइलिंग में कुछ छूट की घोषणा की है। हमने वित्त मंत्री और वाणिज्य मंत्री के समक्ष उन उपायों का भी प्रतिनिधित्व किया है जिन्हें इस संकट के समय इंडियन जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री को पुनर्जीवित करने के लिए लागू करने की आवश्यकता है। निर्यात के आर्डर्स के रद्द होने से दैनिक मजदूरों की नौकरी पर संकट मंडराने लगता है। हमने इनके लिए न्यूनतम आजीविका सुनिश्चित करने का सरकार को प्रस्ताव दिया है। हमने इन मजदूरों को मनरेगा योजना में कवर करने को कहा है ताकि ये कठिन समय में खुद को सक्षम बनाए रख सकें।

कोविद-१९ से बचाव और रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री के साथ जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री एकजुट है और उनके साथ मिलकर देश की इस महामारी को रोकने के लिए सरकार के अथक प्रयासों में अपनी एकजुटता प्रदर्शित की है।