एंटवर्प डायमंड बैंक बंदः एडब्ल्यूडीसी संभावित समाधान के बारे में पता लगाएगा

'बाजार के स्तर के अनुरूप एंटवर्प डायमंड सेक्टर के वित्तीय स्तर को बनाये रखने के लिए अभी भी किसी समाधान तक पहुंचने की गुंजाइश है।' यह प्रतिक्रिया एडब्ल्यूडीसी की है जो कि एंटवर्प डायमंड बैंक के बंद हो जाने पर केबीसी की सहमति की की खबरों के बाद आयी।

एडब्ल्यूडसी के प्रवक्ता मार्गाक्स डोंकियर ने बताया 'एक अभिभावक संस्था के रूप में हम इस संबंध में सभी घटनाक्रम पर नजर रखेंगे।' 'वर्ष २००९ में जब एंटवर्प डायमंड बैंक (एडीबी) का हरण हुआ था, तब यह एक पूर्व शर्त थी कि राज सहायता के जरिये केबीसी को बचाया जाएगा।' करीब एक तिहायी एंटवर्प डायमंड डीलर का वित्तपोषण एडीबी के जरिये हुआ है। ये प्राथमिक रूप से छोटे एवं मंझोले दर्जे के हीरा व्यापारी हैं, जिनके लिए वित्त पोषण का अन्य जरिया तलाशन बेहद चुनौतीपूर्ण है।

केबीसी की प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि एडीबी की गतिविधियों को उत्तरोत्तर और तर्कसंगत तरीके से बंद किया जाएगा। इसके ग्राहकों के साथ मतैक्य बनाय जाएगा ताकि उन्हें परेशानी नहीं हो।

हालांकि केबीसी की प्रेस विज्ञप्ति में यह स्पष्ट तौर पर उल्लेख किया गया है फिर से एडीबी को शुरू करने की संभावनाएं बरकरार हैं। मार्गाक्स डोंकियर का कहना है कि इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए एडब्ल्यूडीसी अपने सभी साझीदारों के सहयोग से कुछ जरूरी कदम उठा रहा है। एंटवर्प डायमंड सेक्टर के नायकत्व को बरकरार रखने और निरंतरता के लिए मजबूत और भरोसेमंद वित्तपोषण जरूरी है।