ज्वैलरी कारोबार हुए डिजिटल

दुनिया की हर कोने में कई दशकों से हीरे की गुणवत्ता और इंटरनेशनल डायमंड ग्रेडिंग प्रणाली के लिए जीआईए द्वारा विकसित चार सी (कलर, कट, क्लारिटी और कैरेट वजन) का उपयोग किया जाता रहा है। आज टेक्नोलोजी कई व्यवसायों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसी वजह से जीआईए ने हाल ही में जीआईए डायमंड फोकस रिपोर्ट की शुरुआत की है। यह अत्यंत कम लागत वाली डिजिटल रिपोर्ट है जिसमें हीरे की नेचरल, डी-टू-जेड कलर, राउंड ब्रिलियंट कट डायमंड्स जिनका वजन ०.१५ और ०.३९ कैरेट के बीच हैं, का समावेश है। इस रिपोर्ट में शामिल सभी जानकारी एक ही मानकों और प्रक्रियाओं के है जो अन्य सभी जीआईए रिपोर्ट सेवाओं के लिए उपयोग किया जाता है।

डायमंड फोकस रिपोर्ट में चार सी के बारे में जानकारी के साथ डायमंड की पोलिश और समरूपता ग्रेड प्रतिदीप्ति विवरण भी शामिल रहता है। जीआईए रिपोर्ट नंबर के लेजर इंस्क्रिप्शन का भी इसमें समावेश होता है। डायमंड फोकस रिपोर्ट में प्रदान परिणामों को जीआईए की वेबसाइट GIA.edu. पर डाउनलोड करके उसकी जांच भी कर सकते हैं। यह रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध है।

भारत औऱ मध्यपूर्व में जीआईए की प्रबंध निदेशक निरुपा भट्ट ने इस अवसर पर कहा कि जीआईए का मिशन जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री और उसके उपभोक्ताओं को निष्पक्ष, थर्ड पार्टी रिपोर्ट और सेवाओं के माध्यम से सेवा प्रदान करना है। जीआईए डायमंड फोकस इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सेवा ०.१५ कैरेट और ०.३९ कैरेट के डायमंड्स के लिए उपलब्ध हैं जो भारत, मध्य पूर्व और चीन में एक लोकप्रिय आकार सीमा हैं। उन्होंने कहा कि इस लागत प्रभावी सर्विस का उपयोग करके डायमंड की ग्रेडिंग की जा सकती है जो अन्य सभी जीआईए सेवाओं और प्रक्रियाओं जैसे डायमंड ग्रेडिंग रिपोर्ट और डायमंड डोजियर के लिए उपयोग किया जाता है।

जीआईए को जेमोलॉजी पर न केवल एक ग्लोबल ऑथोरिटी माना जाता है बल्कि यह जेम्स के निष्पक्ष मूल्यांकन के लिए दुनिया का सबसे विश्वसनीय स्रोत भी है। जीआईए की डायमंड ग्रेडिंग रिपोर्ट डायमंड की गुणवत्ता में चार सी के कारकों को समझने के लिए स्पष्ता और व्यापकता रहती है। साथ इसमें अन्य कारक भी रहते हैं जो उसके मूल्य निर्धारण में सहायक होते हैं।