जेमविजार्ड ने आईआईजी के साथ मिलकर भारत में चौथा जेम कलर एकेडमी खोला

जेम विजार्ड के एजुकेशनल ब्रांच जेम कलर एकेडमी ने भारत के इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जेमोलॉजी (आईआईजी) के साथ मिलकर देश में चौथा ब्रांच खोलने का ऐलान किया। इस नये वेंचर में आईआईजी भारत और हांगकांग में जेम कलर एकेडमी के कलर्ड स्टोन्स ग्रेडिंग कोर्स के ऑनलाइन और ऑन-साइट क्लासेस संचालन करेगा।

जेमविजार्ड के अध्यक्ष मेनेहम सेव्डेरमिश ने इस नए कोलैबोरेशन पर चर्चा की और कहा कि जेमविजार्ड हमेशा दुनिया भर में अपनी सेवाओं के विस्तार के लिए नए उपक्रमों की तलाश में रहता है। हमारा टारगेट भारत है और हम यहां अपने उत्पादों और कोर्सेस को शुरु करना चाहते हैं। इसलिए, आईआईजी जो लंबे समय से जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के एजुकेशन से जुड़ा है, के साथ अपने ऑनलाइन कोर्सेस और प्रोग्रामों के लिए समझौता किया है।

आईआईजी के सीईओ राहुल देसाई ने कहा कि कलर्ड स्टोन्स ग्रेडिंग कोर्स एक अनूठा कोर्स है और हम ऐसे नवीन कोर्सेस के लिए निरंतर खोज करते रहते हैं।जेमविजार्ड के साथ हमारे संस्थान का अप्रोच एक परफेक्ट मैच है। जेम कलर एकेडमी के पायोनियर प्रोग्राम और जेमविजार्ड के जेमप्राइस सिस्टम के साथ जुडक़र हम अपने स्थानीय क्षेत्रों में जेम एजुकेशन को एक नया स्तर प्रदान कर सकते हैं। इससे जेम एंड ज्वैलरी की दुनिया में यंग इंडियंस का आकर्षण बढ़ेगा।

कलर्ड स्टोन्स ग्रेडिंग कोर्स उन लोगों के आईडियल है जो जेम्स या ज्वैलरी को खरीदने, बेचने, नीलामी या मूल्य निर्धारण में जाना चाहते हैं। जेमविजार्ड के ग्राउंड ब्रेकिंग टेक्नोलोजीस द्वारा संचालित इस नये कोर्स में कलर, क्लारिटी, साइज, जियोग्राफिकल ओरिजिन, इनहैंसमेंट और ग्रेडिंग की अन्य विशेषताएं नियमों के साथ सिखाये जाएंगे और इनके टेक्निक्स और मेथोडोलोजी के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। प्राइसिंग सिस्टम प्रणाली के बारे में तब छात्र जान सकेंगें जब उनका इंटरैक्टिव एक्सरसाइज होगा और वे जेम के मौजूदा बाजार कीमतों का आकलन कर सकेंगे।

जेमविजार्ड के अध्यक्ष मेनेहम सेडरमिश ने कहा कि कि कुछ महीनों के इस कोर्स में प्रतिभागियों को एक ऑनलाइन टूल-किट और व्यावहारिक कौशल प्रदान किया जाता है, जो साधारणतः बाजार में कुछ वर्ष काम करने के बाद मिलता है। इस तरह के कोर्स कहीं और उपलब्ध नहीं है।

जेम कलर एकेडेमी भारत सहित इज़राइल, नीदरलैंड और दक्षिण अफ्रीका में हैं। भारत में आईआईजी (ऑनलाइन और ऑन-साइट) द्वारा पहला कोर्स जनवरी २०२१ के अंत में उपलब्ध होगा।