जीजेईपीसी की भारत में जेनेरिक डायमंड प्रमोशन पहल

इस प्रोग्राम के लिए डी बीयर्स और

अग्रणी निर्माताओं के साथ साझेदारी

भारत में विभिन्न आकारों के डायमंड को प्रमोट करने के लिए जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) ने जेनेरिक डायमंड प्रमोशन पहल के शुरुआत की घोषणा की है। इस प्रमोशन का इंडस्ट्री को लंबे समय से इंतजार था। इससे पूरे डायमंड इंडस्ट्री के उत्थान की उम्मीद है। जीजेईपीसी ने इस महत्वपूर्ण पहल में भागीदारी के लिए डी बीयर्स जो वल्र्ड में निजी तौर पर दुनिया की सबसे बड़ी डायमंड माइनिंग कंपनी है, के साथ इक्विटी हिस्सेदारी के लिए भागीदारी की है। इस संबंध में दोनों संस्थानों के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है।

इस पहल के शुभारंभ के दौरान जीजेईपीसी के वर्तमान अध्यक्ष प्रवीण शंकर पंड्या ने कहा कि इस अभियान से उपभोक्ताओं के बीच डायमंड ज्वैलरी खरीदने का विश्वास बढ़ेगा और इंडस्ट्री की चमक फिर से वापस आएगी। उनके अनुसार व्यापक विज्ञापन और प्रचार अभियान देश के टेलीविजन, प्रिंट और सोशल मीडिया में करने के लिए योजना बनाई गई है। इन प्राचर माध्यमों को देखने वाले शैलेश संगानी ने कहा कि यह प्रमोशन तीन महीने की अवधि के लिए होगा और यह इस त्यौहारी और वेडिंग सीजन में उपभोक्ताओं को ज्वैलरी स्टोरों तक खींचने में मददगार साबित होगा।

इस पूरे कार्यक्रम के लिए कुल बजट ५० करोड़ रुपए निर्धारित किया गया है। यह सभी उपभोक्ताओं के बीच डायमंड क्षेत्र के बढ़ावा के लिए खर्च किया जाएगा। जेनेरिक डायमंड प्रमोशन का उद्देश्य २५ से ३५ वर्ष के आयु के बीच भारत के युवाओं को लक्ष्य बनाना है तथा यह इलेक्ट्रोनिक्स, ऑटोमोबाइल और अन्य लक्जरी क्षेत्रों के विकास से मुकाबला करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा। क्योंकि इन क्षेत्रों ने डायमंड ज्वैलरी का ज्यादातर बाजार हिस्सा खा लिया है।

जीजेईपीसी ने चीन, ताइवान आदि के अन्य संगठनों के साथ टाई अप करने की योजना तैयार की है जिससे की उन देशों में भी जेनेरिक डायमंड प्रमोशन की गतिविधि को दोहराया जा सके। अगर ऐसा होता है तो डायमंड के क्षेत्र में भारत का एकबार फिर विश्व में दबदबा बनेगा।