गुजरात हीरा बोर्स

गुजरात हीरा बुर्स कंपनी अधिनियम २०१३ कलम-८ के अंतर्गत ना मुनाफा और ना नुकसान के साथ सेवा के उद्देश्य से पंजीकृत संस्था है। इस संस्था के सभ्य और संचालक जेम एंड ज्वैलरी उद्योग के जुड़े हुए नामांकित उद्योगकार हैं। गुजरात हीरा बुर्स ने सूरत शहर के पाल-हजीरा रोड इच्छापोर में १०० हेक्टर में विश्वस्तरीय जेम एंड ज्वैलरी पार्क का निर्माण किया है। इस पार्क में कुदरती वातावरण, बड़ी खुली जगह के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्राथमिक सुविधाएं जैसे सडक़, बिजली, पानी, ड्रेनेज और संदेश व्यवहार के नेटवर्क का भी पूर्णतः निर्माण किया गया है।

गुजरात हीरा बुर्स निर्मित जेम एंड ज्वैलरी पार्क में तकरीबन ३५० प्लॉट पर जेम एंड ज्वैलरी मैन्युफैक्चरिंग एवं एक्सपोर्ट युनिट का निर्माण होगा जिससे तकरीबन ३५००० करोड़ रुपए का व्यापार होने का अनुमान है। गुजरात हीरा बुर्स ने इस प्रोजेक्ट के निर्माण पर ४०० करोड़ रुपए खर्च किये हैं।

गुजरात हीरा बुर्स का उद्देश्य इस पार्क की मदद से सूरत एवं गुजरात को जेम एंड ज्वैलरी इंडस्टड्ढी में नंबर-१ प्रतिष्ठित वैश्विक गंतव्य बनाना है।

जेम एंड ज्वैलरी पार्क में आरसीसी रोड, हर एक प्लॉट को कंपाउंट वॉल, पार्किंग की सुविधा के साथ-साथ वृक्ष, गार्डन एवं लैंडस्केपींग की नयनरम्य सौंदर्यता भी है। पानी के शुद्धिकरण के लिए वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट और गंदे पानी के निकाल के लिए जीरो डिस्चार्ज सेवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी कार्यरत हैं। पार्क के विस्तार में ही जेटको का ६६ केवी इलेक्ट्रिकल सब-स्टेशन स्थापित है, जिससे सभी प्लॉटधारकों को इलेक्ट्रिकल कनेक्शन एवं स्ट्रीटलाइट जैसी सुविधाएं दी गई है।

पार्क में ५०० से ५०००० वर्गमीटर के प्लॉटो का सुंदर आयोजन किया गया है। पार्क में जमीन की कीमत भी अन्य औद्योगिक पार्क से काफी कम रखी गई है जिससे कि उद्योगकारों को फायदा हो और जेम एंड ज्वैलरी उद्योग का विकास हो। कुदरती और प्रदूषणमुक्त वातावरण, अंतरराष्ट्रीय कक्षा की सुविधाएं औऱ न्यूनतम निवेश खर्च से जेम एंड ज्वैलरी मैन्युफैक्चरिंग युनिट शुरु करने के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प है। पार्क में अभी १० जेम एंड ज्वैलरी इंडस्टड्ढी से जुड़े युनिट कार्यरत हैं जिससे हर रोज १०००० से भी ज्यादा कर्मचारियों को रोजगार मिल रहा है। आने वाले दिनों में जेम एंड ज्वैलरी के १० और युनिट कार्यरत होने जा रहे हैं। गुजरात हीरा बुर्स जेम एंड ज्वैलरी पार्क में महत्तम युनिट कार्यरत हो इस दिशा में प्रयत्नशील है।

गुजरात हीरा बुर्स में प्रोडक्शन फैसिलिटी सेंटर का कंस्ट्रक्शन चल रहा है। इसके साल के अंत तक यानी दिसंबर २०२१ तक पूरा होने की संभावना है। सेंटर में ३००० वर्गफीच के ३२ तैयार युनिट का निर्माण हो रहा है। गुजरात हीरा बुर्स के इस कदम से जो छोटे व्यापारी हैं और जिनको प्लॉट लेने की आर्थिक क्षमता नहीं है, वे भी ज्वैलरी पार्क में अपना युनिट कार्यरत कर सकेंगे और इससे जेम के कारीगरों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे।

गुजरात सरकार द्वारा सूरत महानगरपालिका की सीमा बढ़ाने के कारण इच्छापोर जहां गुजरात हीरा बुर्स है, अब सूरत महानगरपालिका में आ गया है। इसके काऱण पार्क के बाहर के एरिया में भी अब गुणवत्तायुक्त सुविधाएं मिलेंगी। यहां जेम कारीगरों के पहुंचने के लिए गुजरात हीरा बुर्स सूरत महानगरपालिका द्वारा संचालित बीआरटीएस बस सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बातचीत चल रही है।

गुजरात हीरा बुर्स पार्क में युनिट लगाने के लिए पूछताछ की जाने लगी है। इस पार्क का स्वच्छ और सुंदर वातावरण, हरियालीवाला सुंदर लेंडस्केपींग विस्तार और आधुनिक इंफ्रास्ट्रचर के कारण कोविद-१९ महामारी के बीच जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के काफी सदस्यों की पूछताछ आने लगी है। कई सदस्यों ने तो यहां अपने युनिट का कंस्ट्रक्शन का काम भी शुरु कर दिया है।

जेम एंड ज्वैलरी पार्क की एक अच्छी बात यह है कि कोविद-१९ की महामारी में लोकडाउन के बाद यहां ज्यादातर कंपनियां शुरु हो चुकी थी जबकि सूरत की ज्यादातर कंपनियां और युनिटें बंद थीं। इसका मुख्य कारण यहां के स्वच्छ एवं सुंदर वातावरण और ओपन स्पेस रहा। सोशल डिस्टेंसिंग और कोविद-१९ के गाइडलाइन का यहां आसानी से पालन किया गया। पार्क के शांत वातावरण में कोरोना महामारी का प्रभाव काफी कम रहा और जेम के कारीगरों की सेहत भी स्वस्थ रही।

ज्यादातर युनिट होल्डर्स को पार्क में खुली जगह मिलने के कारण पार्किंग शेड या युनिट के रुफटॉप पर सोलर पैनल लगाकर बिजली का खर्च बचा रहे हैं। रिन्युएबल एनर्जी का इस्तेमाल करके ग्रीन एन्वायरमेंट तैयार करने की दिशा में गुजरात हीरा बुर्स का यह बेहतरीन कदम है।