श्री राम लल्ला एक्सक्लुज़िव गोल्ड, डायमण्ड और जैमस्टोन ज्वैलरी, एचएसजे द्वारा डिज़ाइन और आईजीआई द्वारा सर्टिफाय की गई

22 जनवरी 2024 को राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का उद्घाटन पावन अवसर रहा, जिसने हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया। भगवान राम के बाल स्वरूप राम लल्ला को पहनाए गए सोने और हीरे के आभूषणों को एचएसजे द्वारा डिज़ाइन किय गया है, जिनके पास ज्वैलरी डिज़ाइनिंग में 130 सालों से अधिक का अनुभव है। इन आभूषणों को आईजीआई यानि इंटरनेशनल जेमोलोजिकल इंस्टीट्यूट ने सर्टिफाय भी किया है।

राम लल्ला के ज्वैलरी कलेक्शन में खूबसूरत मुकुट एवं पंखी है जिसे शुद्ध पीले सोने में बनाया गया है, इसे हीरे, पन्ने और माणिक से सजाया गया है। हमारा राष्ट्रीय पक्षी मोर जो रॉयल्टी का प्रतीक है, बीचों-बीच मौजूद पन्ना बुद्धि, लक्ज़री का प्रतीक है। इसका वज़न तकरीबन 2 किलोग्राम है।

भगवान राम के लिए सुरक्षा का प्रतीक तिलक, 3 कैरट हीरे से बना है, जो चारों ओर छोटे हीरों और माणिक से घिरा है। इन्हें भी आईजीआई ने प्रमाणित किया है।

विजय माला 22 कैरट गोल्ड में बनी है, इसका वज़न 2 किलो है। नैकलैस में पांच फूल कमल, कुड, परीजात, चम्पा और तुलसी हैं, जो पंच भूत का प्रतीक हैं। कोंच और चक्र समय का प्रतीक है और भगवान राम की जीत एवं संरक्षक के रूप में उनकी भूमिका दर्शाते हैं। माला की असाधारण लम्बाई उनके चरणों तक पहुंचती हैं

पंचलदा एक और मास्टरपीस है जिसे खूबसूरती पोलकी हीरों से सजाया गया है। यह डिज़ाइन दंडक अरण्य की हरियाली से प्रेरित है। ये पोलकी हीरे भी आईजीआई द्वारा प्रमाणित हैं।

इस कलेक्शन में कमरधन, कंगन, पग खदुआ और गोल्ड पायल भी शामिल है, इनमें से हर आभूषण को अनूठे डिज़ाइन में तैयार किया गया है। इन्हें लखनऊ के हरसाहाईमल श्यामलाल ज्वैलर्स बनाया है, जिन्होंने वृंदावन, बरेली, बदायुंऔर अलीगढ़ के कई मंदिरों के लिए भी आभूषण डिज़ाइन किए हैं।

राम लल्ला के कंगन भी एचएसजे द्वारा डिज़ाइन तथा आईजीआई द्वारा सर्टिफाय किए गए हैं।

‘‘ऐतिहासिक मंदिर में राम लल्ला के आभूषण डिज़ाइन करना हमारे लिए विशेषाधिकार है। भगवान राम शुद्धता और भरोसे का प्रतीक हैं। हमने सुनिश्चित किया है कि ये आभूषण सर्वोच्च गुणवत्ता के हों, इन्हें आईजीआई द्वारा सर्टिफाय भी किया गया है।’’ श्री अंकुर आनंद, डायरेक्टर, एचएसजे ने कहा।

‘राम लल्ला का एक्सलुज़िव कलेक्शन भारतीय कारीगरी और सर्वोच्च गुणवत्ता का प्रतीक है, जिसे आईजीआई के जेमोलोजिस्ट्स ने प्रमाणित किया है। सुनिश्चित किया गया है कि इन आभूषणों में इस्तेमाल किया गया हर हीरा सर्वोच्च ग्रेड और गुणवत्ता का हो। श्री राम लल्ला का ज्वैलरी कलेक्शन भारत के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास तथा उत्कृष्ट भारतीय कारीगरी को दर्शाता है। यह आगंतुकों को बेजोड़ अनुभव प्रदान करेगा।’’ श्री तेहमास्प, पिं्रटर, सीईओ, आईजीआई ने कहा।